उत्तर प्रदेश में जमीन खरीदना या बेचना हो, तो सबसे पहले उसके सरकारी रेट यानी Circle Rate की जानकारी होना बहुत जरूरी है। जमीन का सरकारी रेट राज्य सरकार तय करती है, जिससे न केवल रजिस्ट्री चार्ज ज्ञात होता है बल्कि टैक्स और स्टाम्प ड्यूटी जैसी बातें भी स्पष्ट हो जाती हैं।
कई बार लोग बाजार रेट और सरकारी रेट में फर्क नहीं समझते, जिससे रजिस्ट्री के समय दिक्कतें आती हैं। मार्केट रेट तो प्रॉपर्टी के मालिक और खरीददार तय करते हैं, लेकिन सरकार ने हर जगह की जमीन के लिए न्यूनतम मूल्य यानी सर्किल रेट निश्चित किया हुआ है। इसीलिए, यूपी में किसी भी तरह की जमीन खरीदते या बेचते समय सरकारी रेट जरूर जानना चाहिए।
अगर प्रॉपर्टी की खरीद-बिक्री का सही मूल्य जानना है, तो घर बैठे ऑनलाइन सरकारी वेबसाइट से सभी डिटेल्स मिल सकती हैं। इस लेख में यूपी में जमीन का सरकारी रेट यानी सर्किल रेट 2025 घर बैठे कैसे पता करें—इसके हर स्टेप को आसान हिंदी में समझाया गया है।
यूपी में जमीन का सरकारी रेट कैसे पता करें? (UP Jamin Circle Rate 2025 ऑनलाइन चेक प्रक्रिया)
यूपी में जमीन का सरकारी रेट यानी Circle Rate जानने के लिए राज्य सरकार ने अधिकारिक पोर्टल बनाया है। यह प्रक्रिया हर जिले और मोहल्ले तक के लिए उपलब्ध है, जिससे कोई भी नागरिक आसानी से अपने क्षेत्र का रेट चेक कर सकता है।
चीज़ें याद रखें:
- सरकारी रेट जानना हर खरीद-फरोख्त का जरूरी हिस्सा है।
- रजिस्ट्री चार्ज और टैक्स इसी रेट पर ऐसा होता है।
- सर्किल रेट हर साल रिवाइज होता है, और जिलाधिकारी इसे तय करते हैं।
नीचे योजना का ओवरव्यू टेबल दिया गया है:
योजना का विवरण | जानकारी |
योजना नाम | यूपी जमीन का सर्किल रेट 2025 |
लागू विभाग | स्टाम्प एंड रजिस्ट्रेशन विभाग, यूपी सरकार |
सर्किल रेट क्या है? | जमीन का न्यूनतम सरकारी मूल्य (न्यूनतम वैल्यू) |
रेट लागू क्षेत्र | हर जिले, नगर, मोहल्ले/गांव के अलग-अलग रेट |
रेट तय करने की प्रक्रिया | जिलाधिकारी वार्षिक समीक्षा से तय करते हैं |
रजिस्ट्री चार्ज क्या है? | सर्किल रेट के आधार पर स्टाम्प ड्यूटी लगेगी |
ऑनलाइन चेक प्रक्रिया | igrsup.gov.in पोर्टल पर उपलब्ध |
अपडेट समय | हर साल, रिवाइज लिस्ट जारी होती है |
क्या है Circle Rate UP? (Meaning of Circle Rate UP)
उत्तर प्रदेश में किसी भी जमीन का सरकारी रेट जानना हो, तो उसे Circle Rate कहा जाता है। सरकार जमीन का न्यूनतम मूल्य तय करती है, जिससे कोई भी व्यक्ति उस जमीन की खरीद-बिक्री में कम रेट पर लेन-देन नहीं कर सकता। यही रेट स्टाम्प शुल्क या रजिस्ट्री के समय लागू होता है।
यानी, अगर किसी जगह का सर्किल रेट ₹20,000/मि² है तो उस रेट से कम रजिस्ट्री नहीं हो सकती। इसी सर्किल रेट पर टैक्स, स्टाम्प ड्यूटी और बाकी राजस्व शुल्क लागू होते हैं।
यूपी में जमीन का सरकारी रेट घर बैठे कैसे चेक करें? (Step-by-Step Process)
सरकारी वेबसाइट igrsup.gov.in पर यूपी की जमीन का सर्किल रेट जानने की प्रक्रिया बहुत आसान है। नीचे स्टेप-दर-स्टेप तरीका बताया गया है:
- सबसे पहले igrsup.gov.in की वेबसाइट खोलें।
- होमपेज पर मूल्यांकन सूची या Circle Rate List का ऑप्शन सेलेक्ट करें।
- अपने जिले, उप-निबंधक कार्यालय का चयन करें।
- मांगी गई जानकारी सही तरीके से भरें—जिला, मोहल्ला/गांव, कैप्चा आदि।
- मूल्यांकन सूची देखें बटन क्लिक करें।
- अब प्रति देखें विकल्प पर क्लिक करने से क्षेत्रवार सर्किल रेट की पीडीएफ डाउनलोड हो जाती है।
- इस पीडीएफ में आप अपने गांव/मोहल्ला का रेट देख सकते हैं।
- पुराने साल की रेट लिस्ट देखने के लिए पूर्व की मूल्यांकन सूची देखें विकल्प भी मिल जाता है।
यूपी में सर्किल रेट कैसे तय होता है? (UP Circle Rate Determination Criteria)
- जमीन का सर्किल रेट डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट यानी डीएम तय करते हैं।
- हर जिले, तहसील, गांव और मोहल्ले के हिसाब से अलग-अलग रेट होते हैं।
- सर्किल रेट पर रजिस्ट्री और स्टाम्प ड्यूटी निर्धारित होती है।
- बाजार मूल्य आम तौर पर सर्किल रेट से ज्यादा होता है, लेकिन रजिस्ट्री के लिए सर्किल रेट ही मान्य है।
- सालाना समीक्षा होती है, और नई रेट लिस्ट अपडेट होती है।
सर्किल रेट चेक करते समय ध्यान देने योग्य बातें
- सही जिले और उप-निबंधक कार्यालय चुनें।
- मोहल्ला/गांव का नाम सही भरें, ताकि सही लिस्ट मिले।
- स्टाम्प ड्यूटी और रजिस्ट्री चार्ज सर्किल रेट पर ही आधारित होते हैं।
- पिछले साल की लिस्ट देखकर जमीन की वैल्यू चेंज समझ सकते हैं।
यूपी सर्किल रेट से जुड़े लाभ
- ऑनलाईन सिस्टम से पारदर्शिता।
- किसी भी जिले का रेट घर बैठे देख सकते हैं।
- मार्केट रेट और सरकारी रेट का अंतर पता चलता है।
- टैक्स संबंधित जानकारी स्पष्ट।
यूपी में जमीन के सर्किल रेट (2025) के बदलते ट्रेंड
2025 में राज्य के कई जिलों में सर्किल रेट में संशोधन हुआ है। जैसे मेरठ, नोएडा, अलीगढ़ आदि ज़िलों में 15% से लेकर 40% तक बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। हर जिले में नई लिस्ट जिलाधिकारी की स्वीकृति के बाद लागू होती है, और इसके अनुसार पूरे लेन-देन होते हैं।
Circle Rate FAQs
- अधिकारिक वेबसाइट: igrsup.gov.in
- रेट कौन तय करता है?: जिलाधिकारी (डीएम)
- रेट सालाना बदलता है?: हाँ, समीक्षा के बाद
- स्टाम्प ड्यूटी क्या है?: सर्किल रेट पर टैक्स
- क्या बाजार रेट ज्यादा होता है?: अक्सर हाँ