एलपीजी गैस सिलेंडर के दामों में फिर से कटौती हुई है, जिससे आम उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिली है। सरकार और तेल कंपनियों की ओर से समय-समय पर गैस सिलेंडर के दामों में बदलाव किया जाता है, जो घरेलू और व्यावसायिक दोनों प्रकार के उपभोक्ताओं के लिए महत्वपूर्ण होता है।
खासतौर पर हाल ही में जो कटौती आई है, वह ज्यादातर व्यावसायिक सिलेंडरों पर लागू की गई है जबकि घरेलू सिलेंडरों के दाम स्थिर बने हुए हैं। इस लेख में एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में हुई नई कटौती, सरकार की योजनाओं और इसका उपभोक्ताओं पर प्रभाव के बारे में सरल और बुनियादी भाषा में विस्तार से बताया गया है।
सरकार ने 2025 में एलपीजी गैस उपभोक्ताओं के लिए एक बड़ा सब्सिडी पैकेज शुरू किया है, जिसे प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत लागू किया गया है। इस योजना के अंतर्गत लगभग 10 करोड़ से अधिकगरीबी रेखा के नीचे आने वाले परिवारों को प्रति सिलेंडर ₹300 की सब्सिडी दी जाती है। इस कदम से गरीबी रेखा के नीचे के परिवारों को सस्ती रसोई गैस मिलेगी, जिससे उनकी जीवनशैली बेहतर होगी और औद्योगिक LPG की मांग कम हो सकेगी।
इसके साथ ही तेल कंपनियों को भी ₹3000 करोड़ से अधिक का वित्तीय समर्थन दिया जाता है, ताकि वे स्थिर कीमत पर गैस उपलब्ध कर सकें और वैश्विक तेल कीमतों में उतार-चढ़ाव के बावजूद घरेलू उपभोक्ताओं को राहत मिलती रहे।
LPG Price Cut 2025
सितंबर 2025 के शुरुआत में केंद्र सरकार के निर्देश पर तेल विपणन कंपनियों ने 19 किलो के कॉमर्शियल एलपीजी सिलेंडर के दामों में 51.50 रुपये तक की कटौती की है। दिल्ली में 19 किलो कॉमर्शियल सिलेंडर अब 1580 रुपये में उपलब्ध होगा, जबकि मुंबई में इसकी कीमत 1531.50 रुपये और कोलकाता में 1684 रुपये रह गई है। चेन्नई में भी इस सिलेंडर की कीमत 1789 रुपये से घटकर 1738 रुपये हो गई है।
इस कटौती का मुख्य कारण ग्लोबल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतों में कमी और बरसात के दौरान कम मांग को बताया गया है। हालांकि, घरेलू उपयोग के लिए 14.2 किलो के एलपीजी सिलेंडर की कीमतें स्थिर रखी गई हैं, जो लगभग ₹853 प्रति सिलेंडर के आसपास बनी हुई हैं।
इस तरह की समायोजन हर महीने की पहली तारीख को की जाती है, और यह कीमतों में वैश्विक तेल बाजार की स्थिति, विनिमय दरों और स्थानीय कराधान पर निर्भर करती है। पिछले कुछ महीनों में भी कई बार 19 किलो के कॉमर्शियल सिलेंडर की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखने को मिला है, जबकि घरेलू सिलेंडरों की कीमतें स्थिर रहते हुए उपभोक्ताओं को बजट की योजना बनाने में मदद कर रही हैं।
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना और LPG सब्सिडी
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (PMUY) का मुख्य उद्देश्य गरीब महिलाओं को बिना किसी जमा राशि के रसोई गैस कनेक्शन मुहैया कराना है। इस योजना के जरिए जो परिवार अंदर आते हैं, उन्हें सुरक्षा जमाराशि, रेगुलेटर, होज, गैस कनेक्शन कार्ड, इंस्टॉलेशन, मुफ्त चूल्हा और पहली रिफिल मुफ्त दी जाती है।
2025-26 के वित्तीय वर्ष के लिए इस योजना के तहत सरकारी बजट ₹12,060 करोड़ निर्धारित किया गया है, जो लगभग नौ रिफिल तक ₹300 की सब्सिडी प्रदान करता है। यह योजना न केवल गरीब परिवारों को साफ-सुथरी व सुरक्षित रसोई गैस उपलब्ध कराती है, बल्कि महिलाओं के स्वास्थ्य और घरेलू प्रदूषण कम करने में भी मददगार साबित होती है।
LPG कनेक्शन लेने वाले परिवारों में गैस की उपभोग दर भी धीरे-धीरे बढ़ रही है, जो इस योजना की सफलता का संकेत है। इससे ना केवल घरेलू उपयोग बढ़ा है, बल्कि लोगों में एलपीजी के प्रति जागरूकता भी आई है, जिससे अपारंपरिक ईंधनों पर निर्भरता कम हुई है।
LPG दाम कटौती का उपभोक्ताओं पर असर
एलपीजी गैस सिलेंडरों के दामों में कटौती से घरेलू और छोटे व्यवसायों को आर्थिक राहत मिलती है। खासकर कॉमर्शियल सिलेंडरों की कीमत कम होने से छोटे होटल, रेस्टोरेंट्स और खाद्य विक्रेता अपने संचालन खर्च को कम कर पाएंगे। घरेलू उपभोक्ताओं के लिए भी सब्सिडी योजनाएं कीमतों को काबू में रखने में सहायक हैं।
हालांकि, घरेलू सिलेंडरों की कीमत में अभी तक कोई कटौती नहीं हुई है, लेकिन सरकार की सब्सिडी और प्रोत्साहन योजनाएं गरीब परिवारों के लिए इसे सस्ता बनाए रखती हैं। यह सुनिश्चित करती हैं कि हर परिवार को सुरक्षित, सस्ती और सतत ऊर्जा उपलब्ध हो।
मूल रूप से, तेल कंपनियों और सरकार की संयुक्त यह पहल एलपीजी गैस की उपलब्धता और किफायती दामों को स्थिर रखने के लिए महत्वपूर्ण है, जो भारतीय परिवारों की रोजमर्रा की जरूरतों के लिए आवश्यक है।
निष्कर्ष
एलपीजी सिलेंडर के दामों में हाल की कटौती और प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना जैसी सरकारी पहल भारतीय परिवारों खासकर गरीबों के लिए बड़ी राहत हैं। इससे न सिर्फ उन्हें सस्ती रसोई गैस मिलती है, बल्कि उद्योगों में भी उत्पादन लागत कम होती है। सरकार की यह कोशिश देश में स्वच्छ ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इन कदमों से लोगों का जीवन सरल और स्वास्थ्यवर्धक बनता है।