त्योहारी सीजन की शुरुआत से पहले भारतीय बाजारों में सोने की कीमतों में काफी गिरावट देखने को मिल रही है। नवरात्र और दीवाली जैसे त्योहारों पर सोने की खरीदारी को शुभ माना जाता है, इसलिए लोगों की नजर हर वक्त सोने के भाव पर बनी रहती है। इस बार अगस्त और सितंबर के शुरुआती हफ्तों में अंतरराष्ट्रीय मार्केट का असर भारतीय रेट्स पर पड़ा है, जिससे सोना काफी सस्ता हो गया है।
आमतौर पर लोग नवरात्र और दीवाली पर गहनों की खरीदारी करते हैं, जिससे घर की लक्ष्मी बढ़ती है और आर्थिक स्थिति मजबूत होती है। हालिया रिपोर्ट के अनुसार इस बार 18, 22 और 24 कैरेट सोने के भावों में गिरावट दर्ज की गई है, जो आम खरीदार के लिए शुभ संकेत है। त्योहार के मद्देनजर ज्वैलर्स भी कई ऑफर्स निकाल रहे हैं, जिससे ग्राहकों को और भी ज्यादा फायदा मिल सकता है।
Gold Price Update 2025
सितंबर 2025 के मध्य तक भारत के प्रमुख शहरों में सोने के भाव में कमी आई है। 24 कैरेट प्योर गोल्ड का रेट लगभग ₹11,037 प्रति ग्राम पर चल रहा है, जबकि 22 कैरेट गोल्ड का भाव ₹10,110 प्रति ग्राम है। 18 कैरेट सोना इन दिनों सबसे किफायती विकल्प बन गया है, जिसका रेट करीब ₹8,278 प्रति ग्राम है।
अगर पिछले दिनों की तुलना करें, तो अगस्त महीने के अंत और सितंबर की शुरुआत में सोने के दामों में लगातार गिरावट आई है। उदाहरण के लिए, 1 सितंबर को 24 कैरेट गोल्ड ₹10,595 प्रति ग्राम था, जो अब ₹11,037 तक पहुंचा है यानी गिरावट के बाद हल्का उछाल देखा गया। 22 कैरेट का भाव भी ₹9,705 से बढ़कर ₹10,110 के आसपास पहुंच गया है।
राजस्थान, यूपी, हरियाणा समेत देश के कई राज्यों में लगभग यही रेट्स चल रहे हैं, छोटे अंतर के साथ। हर जगह 18 कैरेट गोल्ड सबसे सस्ता है, जिसकी कीमत मुख्य रूप से हल्के गहनों, चेन, अंगूठी आदि के लिए लोग चुनते हैं।
18, 22 और 24 कैरेट गोल्ड क्या है?
सोने को उसकी खाद्यता (purity) के आधार पर अलग-अलग कैरेट में बांटा जाता है। 24 कैरेट गोल्ड सबसे ज्यादा प्योर होता है, जिसमें कोई मिलावट नहीं होती और इसका इस्तेमाल अक्सर सिक्के या इन्वेस्टमेंट के तौर पर किया जाता है। 22 कैरेट गोल्ड में थोड़ा सा अन्य धातुओं की मिलावट होती है, जिससे यह गहनों के लिए उपयुक्त होता है। 18 कैरेट गोल्ड में सोना कम और अन्य धातुओं की मात्रा अपेक्षाकृत ज्यादा होती है, जिससे बनी ज्वैलरी दैनिक पहनने के लिए बेहतर मानी जाती है।
24 कैरेट गोल्ड आमतौर पर निवेश (investment) के लिए लिया जाता है, जबकि 22 और 18 कैरेट घर-परिवार के पहनावे और गहनों के लिए परफेक्ट है। कैरेट का चुनाव बजट, डिज़ाइन, मजबूती और उपयोग के हिसाब से किया जाता है।
सरकार की गोल्ड खरीद योजना
सरकार समय-समय पर लोगों को सोने में निवेश करने के लिए ‘सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड’ जैसी योजनाएं भी लाती है। इस योजना में लोग सुरक्षित तरीके से सोने में निवेश कर सकते हैं, जिसमें फिजिकल गोल्ड की खरीदारी की जरूरत नहीं पड़ती। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में RBI द्वारा तय रेट पर निवेश किया जाता है और मैच्योरिटी पर फायदा मिलता है। इसके अलावा डिजिटल गोल्ड या गोल्ड ETF जैसे विकल्प भी आजकल उपलब्ध हैं, जहां कैश के साथ गोल्ड खरीदा जा सकता है। इन योजनाओं में निवेशकों को टैक्स पर छूट, ब्याज दर और पारदर्शिता मिलती है।
सरकार के इन कदमों से मार्केट में स्थिरता आती है और गोल्ड खरीददारी को लेकर निवेशकों को सुरक्षा मिलती है। कई बार दीवाली या त्योहार पर इन स्कीम्स में ऑफर्स भी आते हैं, जिससे आम आदमी को फायदा मिल सके।
गोल्ड रेट गिरने के कारण
सोने का भाव मुख्य रूप से अंतरराष्ट्रीय मार्केट, डॉलर की कीमत, इंपोर्ट ड्यूटी और देश के आर्थिक हालात पर निर्भर करता है। हाल ही में ग्लोबल इकोनॉमी में आई सुस्ती, डॉलर इंडेक्स का कमजोर होना और भारत में त्योहारी डिमांड बढ़ने की वजह से गोल्ड रेट्स में गिरावट आई है। कुछ समय पहले तक गोल्ड के भाव लगातार बढ़ रहे थे, लेकिन अगस्त-सितंबर में रेट्स स्थिर या नीचे आए।
इसके अलावा RBI की नीति, इंपोर्ट ड्यूटी और टैक्स स्ट्रक्चर में बदलाव भी सोने की कीमत को प्रभावित करते हैं। बाजार में ज्यादा सप्लाई और कम डिमांड भी कई बार रेट्स को सस्ता कर देती है, जिससे ग्राहक फायदा उठा सकते हैं।
त्योहारी खरीदारी के लिए सही समय
इस समय सोना खरीदना त्योहारों पर लाभकारी हो सकता है क्योंकि रेट्स काफी सस्ते स्तर पर चल रहे हैं। नवरात्र और दीवाली से पहले ज्वैलर्स कई ऑफर्स और डिस्काउंट लेकर आते हैं, जिससे कुल रकम में राहत मिल सकती है। ग्राहक चाहें तो गहनों की बुकिंग अभी कर सकते हैं या निवेश की प्लानिंग करके ज्यादा फायदा ले सकते हैं।
सोने की खरीदारी करते समय ग्राहकों को बीआईएस हॉलमार्क जरूर देखना चाहिए और प्रतिष्ठित दुकानों से ही सोना लेना चाहिए। इसके अलावा, यदि कोई सरकारी योजना या बॉन्ड में निवेश करना चाहता है तो उसका टर्म्स और कंडीशंस सही ढंग से पढ़ना चाहिए और अपना पूरा डॉक्यूमेंटेशन तैयार रखना चाहिए।
आसान खरीदारी कैसे करें
अगर ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों तरीकों से सोना खरीदना चाहते हैं तो सबसे पहले अपने बजट और जरूरत के हिसाब से कैरेट का चुनाव करें। छोटी रकम में 18 कैरेट सोना उपयुक्त रहता है, जबकि निवेश के लिए 24 कैरेट अच्छा विकल्प होता है। 22 कैरेट शादी-ब्याह या पारिवारिक समारोह के लिए सर्वश्रेष्ठ माना जाता है।
ज्यादा भरोसेमंद रजिस्टर्ड ज्वैलर्स, सरकारी स्कीम्स और सुरक्षित ऑनलाइन पोर्टल्स से ही खरीदारी करनी चाहिए ताकि आपकी खरीदारी सुरक्षित रहे और आपको पूरा फायदा मिल सके। त्योहारों के समय ज्यादा भीड़ होती है, इसलिए समय रहते अपनी खरीदारी की योजना बना लें।
निष्कर्ष
त्योहारों के पहले सोने के दाम में आई गिरावट आम खरीददार के लिए एक अच्छा मौका लेकर आई है। नवरात्र-दीवाली पर गहनों या निवेश के लिए यह सही समय माना जा सकता है। सरकारी योजनाएं और डिजिटल विकल्प भी खरीदारी को आसान बनाते हैं। सोच-समझकर और सुरक्षित तरीकों से गोल्ड खरीदें, ताकि त्योहार की खुशियां बढ़ें।