7th Pay Commission Update 2025: 30 दिन काम लेकिन मिलेगा 12 दिन बिन माँगे अवकाश

Published On: September 30, 2025
7th Pay Commission

भारत में सरकारी कर्मचारियों को मिलने वाले वेतन, भत्तों और सुविधाओं का निर्धारण 7th Pay Commission के आधार पर किया जाता है। समय-समय पर सरकार न केवल वेतन वृद्धि करती है बल्कि कर्मचारियों को बेहतर कार्यस्थल माहौल देने के लिए नए नियम भी लागू करती है। हाल ही में एक बड़ा फैसला लिया गया है, जिसके तहत सरकारी कर्मचारियों को हर महीने अतिरिक्त छुट्टियों का लाभ मिलने वाला है।

यह नियम कर्मचारियों के काम के तनाव को कम करने और उनके व्यक्तिगत जीवन में संतुलन बनाने के उद्देश्य से लागू किया गया है। सरकार का मानना है कि आरामदायक और तनावमुक्त कर्मचारी ज्यादा बेहतर तरीके से अपनी सेवाएँ दे सकता है। इसलिए छुट्टियों में यह बदलाव कर्मचारियों और उनके परिवारों दोनों के लिए राहत की खबर है।

7th Pay Commission

7th Pay Commission की सिफारिशों के तहत अब तक सरकारी कर्मचारियों को निर्धारित वार्षिक छुट्टियाँ, कैज़ुअल लीव (CL), अर्जित अवकाश (EL) और मेडिकल लीव मिलती थीं। लेकिन नए नियम के बाद इसमें एक और अतिरिक्त सुविधा जुड़ गई है। सरकार ने आदेश जारी किया है कि कर्मचारियों को हर महीने एक Extra छुट्टी दी जाएगी।

इस नई सुविधा के तहत कर्मचारी महीने में एक बार बिना किसी विशेष कारण बताये छुट्टी ले सकते हैं। इससे पहले कर्मचारियों को सामान्य छुट्टी का इस्तेमाल करने के लिए कई बार कारण बताना पड़ता था या छुट्टियाँ कैरी फारवर्ड करनी पड़ती थीं। अब यह छुट्टी उन्हें आराम करने या परिवार के साथ समय बिताने का अवसर देगी।

किस तरह मिलेगी नई छुट्टी का लाभ

नए नियम में यह स्पष्ट किया गया है कि यह छुट्टी सभी केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों पर लागू होगी। राज्यों को भी इसे अपनाने के लिए सुझाव दिया गया है, ताकि राज्यों के कर्मचारी भी इस लाभ का आनंद उठा सकें।

सरल शब्दों में यदि किसी कर्मचारी के पास पहले से 8 कैज़ुअल लीव, 15 मेडिकल लीव और अर्जित छुट्टियाँ उपलब्ध हैं, तो अब हर महीने एक अतिरिक्त छुट्टी जुड़ जाएगी। यानी 12 महीने में 12 नई छुट्टियाँ कर्मचारी को बिना किसी कटौती और सैलरी प्रभाव के मिलेंगी।

कर्मचारियों को होने वाले फायदे

इस बदलाव से कर्मचारियों की मानसिक सेहत पर सकारात्मक असर पड़ेगा। लगातार काम करने से जो तनाव और थकान बढ़ जाती है, उस पर नियंत्रण होगा। खासकर महिला कर्मचारियों और उन कर्मचारियों के लिए राहत होगी जिनके पास परिवार और बच्चों की जिम्मेदारी अधिक होती है।

इसके साथ ही सरकार को यह भी उम्मीद है कि कर्मचारियों की उत्पादकता और काम का प्रदर्शन बढ़ेगा। अधिक आराम मिलने से काम पर ध्यान केंद्रित करना आसान रहेगा और स्वास्थ्य संबंधी छुट्टियों की संख्या घटेगी।

सरकार की मंशा और उद्देश्य

सरकार ने बार-बार कहा है कि सरकारी कार्यालयों में कामकाज को आसान और प्रभावी बनाने के लिए कर्मचारियों की संतुष्टि जरूरी है। 7th Pay Commission की सिफारिशों का उद्देश्य सिर्फ वेतन वृद्धि तक सीमित नहीं बल्कि कर्मचारियों की जीवनशैली में सुधार करना भी है।

यह नया नियम सरकार की उसी सोच का हिस्सा है, जहां कर्मचारियों को एक सुविधाजनक कार्य वातावरण देने पर जोर दिया गया है। यह कदम “वर्क-लाइफ बैलेंस” को मजबूत करने का प्रयास है।

आवेदन और प्रक्रिया

चूंकि यह छुट्टी स्वतः कर्मचारियों के अधिकार में जुड़ जाएगी, इसलिए उन्हें इसके लिए अलग से आवेदन करने की जरूरत नहीं होगी।

केवल उस दिन की छुट्टी का उल्लेख अपने विभागीय प्रमुख या ऑफिस पोर्टल पर दर्ज करवाना होगा। किसी प्रकार की अनुमति या डॉक्यूमेंट की आवश्यकता नहीं रहेगी। यह सुविधा सभी कर्मचारियों को समान रूप से उपलब्ध होगी।

छोटे कर्मचारियों और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए असर

ग्रामीण क्षेत्रों या छोटे दफ्तरों में काम करने वाले कर्मचारियों को अक्सर लंबे सफर और अतिरिक्त जिम्मेदारी का सामना करना पड़ता है। उनके लिए यह छुट्टी बड़ी राहत साबित होगी। अनेक बार उन्हें परिवार संबंधी कार्यों के लिए छुट्टी नहीं मिल पाती थी। अब उनके पास हर महीने एक निश्चित सुरक्षित छुट्टी रहेगी।

निष्कर्ष

7th Pay Commission के इस नए नियम से सरकारी कर्मचारियों की खुशहाली और आराम बढ़ेगा। हर महीने मिलने वाली Extra छुट्टी उन्हें तनावमुक्त माहौल में काम करने का अवसर देगी। यह निर्णय सरकार की कर्मचारी हितैषी सोच को दर्शाता है और आने वाले समय में निजी क्षेत्र पर भी असर डाल सकता है।

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