देश में करोड़ों गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए राशन कार्ड एक बड़ी सहूलियत है। सरकार समय-समय पर राशन कार्ड धारकों के लिए नई योजनाएं और सुविधाएं लागू करती रहती है। अब अक्टूबर महीने से एक और बड़ा बदलाव किया जा रहा है, जिससे सीधा फायदा लाखों लोगों को होगा।
1 अक्टूबर से राशन कार्ड धारकों को मुफ्त राशन के साथ ₹1000 रुपये की नकद सहायता भी मिलेगी। यह नई सुविधा खास तौर पर उन परिवारों के लिए है जिनकी आर्थिक स्थिति कमजोर है और जो सरकारी योजना के तहत राशन लेते हैं। सरकार का उद्देश्य यह है कि केवल मुफ्त अनाज ही नहीं, बल्कि परिवार के अन्य जरूरतों के लिए भी थोड़ी आर्थिक मदद मिल सके।
यह नया नियम उन राज्यों में लागू होगा जहां सरकार ने अपनी तरफ से यह अतिरिक्त सुविधा देने का फैसला किया है। केंद्र सरकार द्वारा पहले से ही प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (PMGKAY) के तहत मुफ्त अनाज दिया जा रहा है। इसके साथ अब राज्य सरकारें ₹1000 की नकद राशि जोड़ रही हैं, ताकि परिवार की रोजमर्रा खर्च में आसानी हो।
Ration Card New Rule 2025
नए नियम के मुताबिक, अक्टूबर 2025 से गरीब और जरूरतमंद परिवारों को मिलने वाले 5 किलो मुफ्त अनाज के साथ-साथ ₹1000 की सहायता भी सीधे उनके बैंक खाते में भेजी जाएगी। इस व्यवस्था के लिए आधार नंबर और बैंक खाते का राशन कार्ड से लिंक होना जरूरी है।
पहले केवल गेहूं, चावल और दाल जैसी चीजें फ्री दी जाती थीं। लेकिन अब सरकार ने महसूस किया है कि केवल अनाज से पूरे परिवार की आवश्यकताएं पूरी नहीं हो पातीं। इसलिए इस नकद सहायता से लोग तेल, सब्जियां, दूध और दवाइयों जैसी जरूरत की चीज़ें भी खरीद पाएंगे।
इस योजना से गरीब परिवारों को जीवनयापन में बड़ी राहत मिलेगी और महंगाई का दबाव भी कम होगा। खास बात यह है कि यह पैसा सीधे जनधन खाता या जुड़े हुए बैंक खाते में भेजा जाएगा।
किस योजना के अंतर्गत मिल रहा है लाभ
यह लाभ प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना और राज्य सरकार की विशेष सहायता योजना को जोड़कर दिया जा रहा है। केंद्र सरकार पहले से हर लाभार्थी को मुफ्त राशन उपलब्ध कराती है। इसके अलावा कई राज्यों जैसे उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, राजस्थान और छत्तीसगढ़ ने अपने स्तर पर नकद राशि देने की घोषणा की है।
इस तरह अब लाभार्थी को दोहरी सुविधा मिलेगी। एक तरफ मुफ्त राशन, दूसरी तरफ ₹1000 की मदद। राज्यों का कहना है कि इससे किसानों और गरीबों को महंगाई से थोड़ी राहत मिलेगी और त्योहारों के मौसम में परिवार की उपभोक्ता ज़रूरतें पूरी हो सकेंगी।
लाभ किसे मिलेगा
इस नई सुविधा का लाभ वही परिवार ले सकेंगे जिनके पास वैध राशन कार्ड है और जो अंत्योदय परिवार या प्राथमिकता श्रेणी (APL/BPL कार्डधारक) में आते हैं। इसके लिए राशन कार्ड पर दर्ज सभी सदस्यों का आधार पहले से जुड़ा होना जरूरी है।
जो परिवार पहले से प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत मुफ्त अनाज ले रहे हैं, उन्हें यह पैसा भी मिलेगा। वहीं, अगर किसी परिवार का बैंक खाता आधार से लिंक नहीं है, तो वहां दिक्कत आ सकती है।
महत्वपूर्ण बात यह है कि नकद सहायता केवल एक बार हर महीने दी जाएगी। राशि सीधे खाते में जाएगी और उसके लिए किसी अलग से दस्तावेज़ भरने की जरूरत नहीं होगी।
पैसे और राशन पाने की प्रक्रिया
इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए परिवार को केवल यह सुनिश्चित करना होगा कि उनका राशन कार्ड आधार और बैंक खाते से जुड़ा हुआ है। प्रक्रिया इस तरह है:
- राशन कार्ड और आधार का सीडिंग करना अनिवार्य है।
- बैंक खाता राशन कार्ड से लिंक होना चाहिए।
- लाभार्थी को नजदीकी राशन दुकान से तय मात्रा में मुफ्त अनाज मिलेगा।
- साथ ही ₹1000 की राशि DBT (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के जरिए खाते में भेज दी जाएगी।
योजना का उद्देश्य यह है कि लाभार्थी को पैसे और खाद्यान्न दोनों एक साथ मिलें ताकि दैनिक उपयोग की सभी चीजें खरीदी जा सकें।
कब लागू होगा नया नियम
यह नया नियम 1 अक्टूबर 2025 से लागू होगा। सरकार ने यह कदम खासतौर पर त्योहारों के महीने को ध्यान में रखकर उठाया है। इस अवधि में खर्च अधिक होता है और खाद्य सामग्री की कीमतें भी बढ़ जाती हैं। इसलिए राशन कार्ड धारकों को सीधी नकद मदद दी जाएगी।
सरकार ने साफ कर दिया है कि फिलहाल यह व्यवस्था अगले कुछ महीनों तक लागू रहेगी। आगे इसकी अवधि और विस्तार राज्यों और केंद्र सरकार की योजना के आधार पर तय होगा।
निष्कर्ष
1 अक्टूबर से लागू यह नई सुविधा गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए बड़ी राहत है। अब न केवल मुफ्त अनाज मिलेगा बल्कि उसके साथ ₹1000 रुपये भी खाते में आएंगे। यह योजना गरीब परिवारों को त्योहारों के समय सहारा देगी और महंगाई का बोझ कुछ कम करेगी।