Natural Cure 2025: इन 2 पत्तों से पाओ 9 फायदे, छूट न जाए ये सुनहरा मौका

Published On: September 21, 2025
Natural Cure 2025

सुबह की आदतें हमारे जीवन में बहुत बड़ा असर डालती हैं। हम दिन की शुरुआत किस तरह करते हैं, उसी के आधार पर हमारे शरीर और दिमाग की कार्यक्षमता तय होती है। आमतौर पर लोग सुबह खाली पेट नींबू-पानी, गुनगुना पानी या फिर हर्बल ड्रिंक पीना पसंद करते हैं। लेकिन आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा में एक और खास आदत की सलाह दी जाती है जो बेहद आसान और फायदेमंद है।

यह आदत है – सुबह उठते ही बासी मुंह कुछ हरी पत्तियां चबाना। बासी मुंह का मतलब है कि बिना ब्रश किए, नींद से उठते ही सीधे पौधों की पत्तियां चबाई जाएं। ऐसा करने से पौधों की प्राकृतिक शक्ति शरीर में जल्दी असर करती है और कई समस्याओं से राहत मिलती है। खासकर पाचन, त्वचा, मुंह की दुर्गंध और रोग प्रतिरोधक क्षमता से यह जुड़ा हुआ है।

देशभर में कई जगह आयुष मंत्रालय और राज्य सरकारें भी लोगों को आयुर्वेदिक पौधों के महत्व के बारे में जागरूक कर रही हैं। प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना और पोस्ट-कोविड स्वास्थ्य मिशन जैसी योजनाओं में प्राकृतिक जड़ी-बूटियों के प्रयोग को बढ़ावा दिया जा रहा है। कई राज्यों में औषधीय पौधे बांटे जाते हैं ताकि लोग अपने घर में ही तुलसी, नीम या पुदीना उगा सकें और रोजमर्रा की छोटी बीमारियों से बिना दवा भी राहत पा सकें।

Natural Cure 2025

हरी पत्तियों में मौजूद क्लोरोफिल, एंटीऑक्सीडेंट और मिनरल्स शरीर को दिनभर के लिए तैयार कर देते हैं। जब इन्हें बासी मुंह खाया जाता है तो यह सीधा लार के साथ मिलकर शरीर में जल्दी अवशोषित होते हैं। इससे पाचन तंत्र को मजबूती मिलती है और पेट की समस्याएं कम होती हैं।

आयुर्वेद के अनुसार सुबह का समय हमारे शरीर की सफाई और संतुलन के लिए सबसे अच्छा माना जाता है। इस समय हरी पत्तियों का सेवन करने से रक्त शुद्ध होता है, शरीर से विषाक्त तत्व बाहर निकलते हैं और कई बीमारियों की रोकथाम होती है।

किन पत्तियों को खाना सबसे ज्यादा फायदेमंद

सबसे ज्यादा फायदेमंद मानी जाती है तुलसी की पत्तियां। तुलसी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए जानी जाती है। सुबह बासी मुंह 4-5 तुलसी की पत्तियां चबाने से सर्दी-जुकाम, गले की खराश और संक्रमण से बचाव होता है।

नीम की पत्तियां भी बेहद लाभकारी हैं। नीम खून साफ करने में मदद करता है और त्वचा संबंधी समस्याओं जैसे मुंहासे, दाने और एलर्जी को ठीक करता है। हालांकि नीम का स्वाद कड़वा होता है, लेकिन इसका असर बहुत गुणकारी है।

पुदीना की पत्तियां भी सुबह खाने से पाचन प्रणाली मजबूत होती है। इसका ठंडा प्रभाव पेट को आराम देता है और एसिडिटी, गैस जैसी समस्या से बचाव करता है।

इसके अलावा, पान के पत्ते और करी पत्ता भी इस्तेमाल किए जा सकते हैं। करी पत्ता खासतौर पर लिवर को मजबूत करने और बालों के झड़ने को कम करने में मददगार होता है।

इन 4 समस्याओं से मिलेगा झटपट आराम

हरी पत्तियां नियमित रूप से सुबह चबाने से चार प्रमुख समस्याओं से जल्दी राहत पाई जा सकती है।

पहली समस्या है पाचन विकार। गैस, एसिडिटी, कब्ज जैसी दिक्कतें आजकल हर घर में होती हैं। तुलसी और पुदीना की पत्तियां पेट को ठंडक देती हैं और आंतों को साफ रखने में मदद करती हैं।

दूसरी समस्या है त्वचा रोग। नीम की पत्तियां रक्त को शुद्ध करती हैं और शरीर के अंदर से ही फोड़े-फुंसी, मुंहासे और खुजली जैसी परेशानियों को खत्म करती हैं।

तीसरी समस्या है मुंह की दुर्गंध और कीटाणु। तुलसी, पान और पुदीना की पत्तियां मुंह के कीटाणु दूर करती हैं और सांसों को ताजगी देती हैं।

चौथी समस्या है कमजोर प्रतिरोधक क्षमता। आज के समय में इम्यूनिटी मजबूत रखना सबसे जरूरी है। तुलसी और नीम की पत्तियां शरीर की प्राकृतिक ढाल को मजबूत करती हैं और संक्रमणों से बचाती हैं।

सरकार और योजनाओं में जड़ी-बूटियों का महत्व

भारत सरकार का आयुष मंत्रालय लगातार पौधों और हरी पत्तियों से इलाज को बढ़ावा दे रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में आयुर्वेदिक पौधे लगाने की योजनाएं चल रही हैं। कई राज्यों में पंचायत स्तर पर तुलसी, नीम और औषधीय पौधों के पौधे मुफ्त दिए जाते हैं ताकि लोग इनका उपयोग घरेलू इलाज में कर सकें।

नेशनल आयुष मिशन के तहत भी औषधीय बागवानी और घरेलू जड़ी-बूटी योजना लागू की गई है। इसका मकसद है कि हर परिवार के पास अपनी दवाई खुद उगाने की सुविधा हो और छोटी-मोटी बीमारियों के लिए उन्हें दवा दुकानों पर निर्भर न होना पड़े।

देशभर के आयुष केंद्रों पर मुफ्त परामर्श दिया जाता है कि कौन सी पत्ता किस समस्या में खाना चाहिए। खासतौर पर तुलसी और नीम से जुड़ी कई जागरूकता अभियान चलाए गए हैं।

कैसे करें सेवन

सुबह उठने के तुरंत बाद, बासी मुंह 4-5 पत्ते सीधे तोड़ कर चबाना सबसे अच्छा माना जाता है। इन्हें पानी से धोकर ही तोड़ें। इसके बाद धीरे-धीरे चबा कर निगल लेना चाहिए।

अगर पत्तियां ज्यादा कड़वी लगें, जैसे कि नीम, तो शुरुआत में कम मात्रा में लें। चाहें तो तुलसी और पुदीना जैसी स्वादिष्ट पत्तियों से शुरुआत कर सकते हैं।

इस बात का ध्यान रखें कि चबाने के बाद आधे घंटे तक पानी या चाय-कॉफी न पिएं। इससे पत्तियों का असर शरीर पर ठीक से पड़ता है।

निष्कर्ष

सुबह बासी मुंह हरी पत्तियां चबाना एक साधारण लेकिन असरदार घरेलू नुस्खा है। यह पाचन को ठीक करने, त्वचा की समस्या मिटाने, मुंह की दुर्गंध से राहत देने और इम्यूनिटी मजबूत करने में मदद करता है।

सरकार भी आयुष मिशन के जरिए औषधीय पौधों को बढ़ावा दे रही है ताकि हर घर स्वस्थ रह सके। अगर हम इस आसान आदत को दिनचर्या का हिस्सा बना लें, तो कई बीमारियों से बचाव बिना दवाई के ही संभव हो सकता है।

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