आंगनबाड़ी बहनों के लिए एक बहुत बड़ी खुशखबरी आई है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विश्वकर्मा जयंती के मौके पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को मानदेय बढ़ाने और मुफ्त स्मार्टफोन देने का ऐलान किया है। लंबे समय से आंगनबाड़ी बहनें अपने काम का सम्मान और सुविधाएं बढ़ाने की मांग कर रही थीं, जिस पर अब सरकार ने ऐतिहासिक फैसला लिया है। इस फैसले से प्रदेश की लाखों आंगनबाड़ी बहनों को ताकत मिलेगी और उनका काम करना भी आसान हो जाएगा।
योगी सरकार का ये कदम महिलाओं को सशक्त बनाने और उनका डिजिटल विकास बढ़ाने की दिशा में एक अहम पहल साबित होगा। यह घोषणा स्वास्थ्य अभियान की शुरुआत के मौके पर लखनऊ के साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर, केजीएमयू में की गई, जहां मुख्यमंत्री ने आंगनबाड़ी बहनों की सेवाओं की सराहना की और उन्हें स्मार्टफोन देने की बात कही। सरकार का मानना है कि मानदेय बढ़ने से बहनों की आर्थिक स्थिति सुधरेगी और स्मार्टफोन मिलने से उनके काम में पारदर्शिता और तकनीकी सुविधा आएगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए ‘स्वस्थ नारी सशक्त परिवार’ और राष्ट्रीय पोषण माह का शुभारंभ किया। इस अभियान में महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य के साथ आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के सम्मान और सुविधा पर भी जोर दिया गया।
Anganwadi Sisters Salary 2025
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि अब आंगनबाड़ी बहनों का मानदेय बढ़ाया जाएगा। पहले यूपी में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मासिक मानदेय ₹6,500 से ₹7,000 था और सहायिका को ₹3,500–₹4,000 मिलती थी, जबकि सुपरवाइज़र को ₹35,000–₹45,000 तक दिया जाता है। अब सरकार ने मानदेय बढ़ाने का निर्णय लिया है, जिससे बहनों को हर महीने अधिक पैसे मिलेंगे। यह वृद्धि सीधे उनके बैंक खाते में आएगी, और नई राशि जल्द ही तय की जाएगी।
इसके साथ ही, राज्य के हर जिले की आंगनबाड़ी बहनों को मुफ्त स्मार्टफोन दिए जाएंगे। यह स्मार्टफोन उनका कार्य आसान बनायेगा, जिसमें उन्हें पोषण, बच्चों के स्वास्थ्य, रिपोर्टिंग और सरकार की योजनाओं की जानकारी डिजिटल तरीके से मिल सकेगी। स्मार्टफोन देने का उद्देश्य न सिर्फ काम को आसान बनाना है, बल्कि बहनों को डिजिटल भारत की मुख्यधारा से जोड़ना भी है।
सरकार का मानना है कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के पास तकनीकी साधन होने से हर योजना का डाटा सही समय पर मिलेगा, बच्चों के टीकाकरण, पोषण, गर्भवती महिलाओं की निगरानी, सरकारी सेवाओं की रिपोर्टिंग और अन्य काम में पारदर्शिता आएगी। साथ ही, स्मार्टफोन से स्वास्थ्य सेवाओं और सभी जानकारी बहनों के हाथ में रहेगी और उनका समय भी बचेगा।
कौन सी योजना और कैसे मिलेगा लाभ
योगी सरकार की यह पहल महिला एवं बाल विकास विभाग के ‘आंगनबाड़ी सेवा योजना’ के तहत की गई है। इसमें मुख्य रूप से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका और सुपरवाइज़र को मानदेय बढ़ाकर और स्मार्टफोन देकर उनकी सेवा का सम्मान किया जा रहा है। स्मार्टफोन वितरण मुख्यमंत्री द्वारा घोषित राज्य स्तरीय अभियान के तहत मिलेगा, जो ‘स्वस्थ नारी सशक्त परिवार’ और ‘राष्ट्रीय पोषण माह’ जैसे सरकारी कार्यक्रमों से जुड़ा है।
इस योजना का लाभ हर उस आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को मिलेगा, जो प्रदेश के किसी भी जिले में केंद्र सरकार या राज्य सरकार की मान्यता प्राप्त आंगनबाड़ी केंद्र में कार्यरत हैं। स्मार्टफोन वितरण और मानदेय वृद्धि के लिए सरकार जल्द ही नई गाइडलाइन जारी करेगी, जिसमें जिलेवार सूची तैयार की जाएगी। सभी योग्य बहनों को उनके कार्यस्थल या सरकारी कार्यक्रम में स्मार्टफोन दिए जाएंगे और मानदेय सीधे बैंक खाते में ट्रांसफर होगा।
मानदेय बढ़ने और स्मार्टफोन मिलने से बहनों को कोई फॉर्म या दस्तावेज जमा कराने की अलग आवश्यकता नहीं है। विभाग्य स्तर पर डेटा अपडेट होते ही उनका लाभ स्वतः मिल जाएगा। विभाग द्वारा प्रशिक्षण व तकनीकी सहायता भी दी जाएगी, जिससे बहनों को स्मार्टफोन चलाने और सरकारी एप्लिकेशन इस्तेमाल करने में कोई दिक्कत न हो।
योजना के पीछे सरकार का उद्देश्य
उत्तर प्रदेश सरकार का उद्देश्य आंगनबाड़ी बहनों का सामाजिक और डिजिटल सशक्तिकरण करना है ताकि वे आधुनिक तकनीक के साथ बच्चों और महिलाओं के स्वास्थ्य और पोषण से जुड़े सभी सरकारी कार्य प्रभावी तरीके से कर सकें। बड़े-बड़े आंकड़े और डाटा सही समय पर भेजने से योजनाओं की पारदर्शिता और तेज़ी भी बढ़ेगी। यह पहल महिलाओं के लिए गर्व का विषय है, उनके सम्मान, सुविधा और सुरक्षित भविष्य की ओर बढ़ता कदम है।
निष्कर्ष
योगी सरकार ने विश्वकर्मा जयंती पर आंगनबाड़ी बहनों के मानदेय में बढ़ोतरी और मुफ्त स्मार्टफोन देने का ऐतिहासिक फैसला लेकर प्रदेश की महिलाओं को सम्मान और सशक्तिकरण की नई सौगात दी है। इससे लाखों बहनों की ज़िंदगी में बदलाव आएगा और उनका काम काफ़ी आसान हो जाएगा। यह पूरी पहल महिलाओं के विकास और देश के डिजिटल भविष्य के लिए एक मजबूत कदम है।